मेरा अभिमान है पिता

 

मेरी आन बान शान मेरा अभिमान है पिता
मेरी हिम्मत मेरी पहचान है पिता
दुनिया में सबसे ज्यादा खास है पिता
मेरी हर एक सांस का आधार है पिता ॥

मां ने जन्म दिया पर
पिता ने पहचान दिया
कभी उंगली पकड़कर
चलना सिखाया
तो कभी कंधे पर
बिठा कर मेला घुमाया ॥

जो बिना कुछ कहे मेरी
हर बात को समझ जाए
जो मेरी हर खुशी पर
अपने सारे गम भूल जाए ॥
प्यार स्नेह हम पर बरसाये
आशीर्वाद हर दम लुटाए  ॥

जो कदम कदम पर
मेरा आत्मविश्वास बढ़ाएं
जो मेरी हर सफलता पर
खुद ही हर्षाये ॥
प्यार से मुझे अपने सीने से लगाए
दुनिया के हर दुख तकलीफ से
जो मुझे बचाए ॥

 

जीवन के हर पहलू को
वह अपने अनुभव से समझाएं ।
सभी कठिन परिस्थिति मे
मुझे लड़ना सिखाए ॥

 

मेरी आन बान शान मेरा अभिमान है पिता
मेरी हिम्मत मेरी पहचान है पिता
दुनिया में सबसे ज्यादा खास है पिता
मेरी हर एक सांस में तेरा ही नाम है पिता ॥

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