बहुत समय की बात है एक टिड्डा और चीटी साथ साथ रहते थे । वो कभी भी एक दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाते थचींटीया बहुत मेहनती थी, मेहनत से अपना काम करती थी पर टिड्डा लापरवाह और अलसी किस्म का था।
वह ना तो कोई काम करना चाहता था और ना ही कभी वो आगे की सोचता था। वह हरदम दिन रात सोता रहता था और मजे से हरी हरी घास और पत्तियों खाता रहता था जबकि चीटिया दिन भर काम करते रहती थी।
चीटिया को काम करते हुए देख टिड्डा अक्सर उनका मजाक उड़ाया करता था कि तुम लोग पागल हो गए हो इतना काम करते रहते हो दिन रात । मुझे देखो मैं दिन रात सोता रहता हूं और मजे से पत्तियां और हरी हरी घास खाया हूं ना कोई मेहनत करता हूं और ना ही कुछ काम और तुम लोग पागल की तरह मेहनत करते रहते हो ।
चिट्टियां अक्सर उसकी बात अनसुना कर देती थी और उसको समझाया करती थी कि देखो अभी बरसात का मौसम चल रहा है हर जगह हरी हरी घास है ।
पर जल्दी ही सर्दियों का मौसम आ जाएगा यह सब खत्म हो जाएगा फिर हमें खाने को कुछ भी नहीं मिलेगा। हम इसलिए जमा कर रहे है ताकि सर्दियों के मौसम में हमें कोई परेशानी ना हो , हमारे बच्चे भूखे ना मरे ।
पर टिड्डा अक्सर उनका मजाक उड़ाया करता था और उनको बेवकूफ बोलता रहता था पर चींटी अपने काम में लगे रहती थी ।
धीरे-धीरे बरसात का मौसम खत्म होने लगता है हरी हरी घास धीरे-धीरे सूखने लगती है पर टिड्डा को अभी भी लगता था कि यह सब नहीं खत्म होगा और उसे खाने पीने की कोई दिक्कत नहीं होगी।
वह आराम से दिन-रात सोता रहता था। सर्दियों का मौसम शुरू होने लगा है देखते ही देखते हरी हरी घास और पत्तियां मिलना कम होने लगी है फिर भी वह सोचता रहता है कि सर्दियां तो आराम से निकल जाएंगी, मुझे खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं होगी
सर्दियां धीरे-धीरे तेज पड़ने लगती है और अब तक चीटिया अपना काम खत्म करके मजे से अपने बिल के अंदर ही रहती है और खाने का मजा लेती है पर अब टिड्डा को हरी हरी घास और पत्तियां मिलना सब बंद हो गई और वह भूख और ठंड से मरने लगता है ।अब उसको चीटी की बात समझ में आती है पर अब कोई फायदा नहीं । क्योंकि अब तो वक्त बीत चुका है ।
अंत मे भूख और ठंड से टिड्डा तड़प तड़प कर मर जाता है ।
हमे इस कहनी से यह शिक्षा मिलती है कि कभी भी किसी को अपने वक्त पर घमंड नहीं करना चाहिए और कभी भी आलस नहीं करना चाहिए।अपना हर एक काम समय से पहले पूर्ण कर लेना चाहिए ।
आज या कल पर अपना काम कभी नहीं छोड़ना चाहिए ।